मुख व गले के कैंसर धुम्रपान व तंबाकू चबाने से हो सकते हैं|अगर आप धुम्रपान करते हैं या तंबाकू चबाते हैं और आपके मुख में न भरने वाले जख्म है या फिर आपना मुहं पूरी तरह से नहीं खोल सकते हैं तो तुरंत डाक्टरी सलाह लें|

फेफड़ों का कैंसर एक बढ़ती हुई समस्या है जो प्राय: तंबाकू के धुम्रपान से होती है | यह पुरुषों में अधिक होती है क्योंकि वे महिलाओं की अपेक्षा अधिक घूम्रपान करते हैं | लेकिन आजकल चूँकि अनके महिलाओं पुरुषों के बरबर धुम्रपान करती हैं,इसलिए उन्हें भी यह कैंसर अधिक होने लगा है |

अगर कोई महिला घुम्रापन करना छोड़ देती है तो उसे फेफड़ों के कैंसर का खातर कम हो जाता है | फेफड़ों के कैंसर का खतरा कम हो जाता है | फेफड़ों के कैंसर के लक्षण (खांसी,बलगम के साथ खून आना, वजन में गिरावट, सांस लेने में कठिनाई ) तब प्रकट होते हैं जब यह काफी बढ़ चूका होता है

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